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UNIT
- 1. शिकार और संग्रहण
प्रस्तावना
आधुनिक मानव का क्रमिक विकास - * अनुवांशिक आंकड़ों के आधार पर यह माना जाता है कि लगभग 5-6 मिलियन वर्ष पहले होमिनीडे(HOMINIDAE) (आस्ट्रेलोपीथेकस और होमो) चिपांजी और गोरिल्ला से अलग हो गए हालांकि चिंपैंजी और गोरिल्ला पश्चिमी और मध्य अफ्रीका के क्षेत्र तक ही सीमित रहे, जबकि होमिनीडे ने पूर्व और दक्षिण अफ्रीका के खुले स्थानों में रहना पसंद किया सर्वप्रथम, होमिनीडे ने देखो हीं दोनों पैरों पर चलना शुरू किया जो मनुष्य बनने की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण चरण था
मनुष्य के विकास को चार श्रेणी में बांटा गया है
1. होमो हैबिलिस
2.होमो इरेक्टस 3. होमो सेपियंस
4. होमो सेपियंस सेपियंस
होमो हैबिलिस -एक विकसित होते हुए शाखा थी जिन्होंने सबसे पहले औजार बनाएं यह मुख्य रूप से अफ्रीकी वासी थे जिसके शरीर की बनावट की कुछ खास विशेषताएं थी लीकी(leakey) ने यह अनुमान लगाया था कि 50 लाख वर्ष से लेकर लगभग 3 लाख वर्ष पूर्व के बीच रहे होंगे, होमो हैबिलिस की हड्डियां तो केवल अफ्रीका में मिली है
होमो इरेक्टस के कंकाल यूरोप, पश्चिमी एशिया, दक्षिण एशिया, चीन और इंडोनेशिया में भी पाए गए हैं आज की तुलना में उस समय का मनुष्य थोड़ा मोटा और नाटा था परंतु बिल्कुल अलग नहीं था ललाट पीछे की और निकला हुआ था और i brow पर हावी थी होमो हैबिलिस की तुलना में मस्तिक बडा था और यह है होमोसेपियंस के मस्तिष्क का 70% था होमो हैबिलिस की तुलना में चेहरा भी कम बाहर निकला हुआ था परंतु यह होमोसेपियंस की तरह सपाट या अंदर की ओर घुसा हुआ नहीं था * (जर्मनी में निएंडर घाटी में पहला कंकाल पाया गया था) लगभग 35000 वर्ष पहले इन का नाश हो गया और इनका कोई भी वंशज नहीं बचा आगे इनकी शाखा का कोई प्रमाण नहीं मिलता है
होमो सेपियंस सेपियंस अलग-अलग समय में विकसित हुआ है यूरोप में 40000 वर्ष पहले इसके अस्तित्व के प्रमाण मिलते हैं ** यह अनुमान लगाया गया है कि चिंपैंजी गोरिल्ला के मस्तिष्क का आकार लगभग 400-500 cc था , होमो हैबिलिस में यह बढ़कर 700 cc
हो गया होमो इरेक्टस में 900-1100 और होमो सेपियंस में 1250-1450cc हो गया
औजारों का विकास - * औजारों के विकास को तीन भागों में बांटा गया है 1. निचला पुरापाषाण 2. मध्य पुरापाषाण 3. उच्च पुरापाषाण
1. निचला पुरापाषाण -- पत्थर के आरंभिक औजार
*olduvai और मेलका कुंटूर में पाए गए हैं यह औजार 1.8 से लेकर 1.6M वर्ष पुराने हैं इन चारों को ओल्डोवीयाई कहा जाता है *
एक्यूलीयन औजार *
2.मध्य पुरापाषाण : इनका उपयोग होमो सेपियंस की विभिन्न प्रजाति और मुख्य रूप से निएंडर स्थल रहे हैं *
3.उच्च पुरापाषाण औजार - होमो सेपियंस सेपियंस ने और दाल बनाने की कला में एक नई ऊंचाई प्राप्त की **
कला और संचार - नक्काशी, चिन्हित करना, हड्डियों की रंगाई, सफाई, और आज मध्य पुरापाषाण युग से शुरु हो चुका था पत्थर या गुफा कला के रूप में कला के नमूने सबसे ज्यादा बचे हुए हैं दीवारों, अंदर की छतों या गुफा के फर्श पर बनी चित्रकारी अभी भी मौजूद है**
निवास स्थल और जीवन शैली
sir apki mehnat ko me salute karta hu lekin ye question 20 marks ka paper me aayega to ye pdf kam pad jayega sir esa pdf bhejiye ki vo 20 marks ka ho
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